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Welcome to Library KV Fatehabad ( A Learning & Resource Centre) - A room without books is like a body without soul. - किताब एक ऐसा उपहार है जिसे आप बार-बार खोल सकते हैं। - Reading is to the mind what exercise is to the body.

Thursday, July 31, 2025

Celebrating Birth Anniversary of Munshi Premchand-31st July 2025

 आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह को श्रद्धांजलि 🙏

31 जुलाई को महान लेखक मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें सादर नमन।

उनकी अमर कहानियाँ जैसे "गोदान", "नमक का दारोगा", "ईदगाह" आदि आज भी हमें सत्य, करुणा और सामाजिक न्याय के मूल्यों से प्रेरित करती हैं।

आइए, हम सब मिलकर उनके साहित्यिक योगदान और विरासत को याद करें और सम्मान दें।